संकलन: विश्वराज अधिकारी
क
- कनिया गे दुगो धनिया दे लाल मरचाइ के फोरन दे
- कबीरा खडा बजार मे सबसे मागे खैर ना किसिसे दोस्ति ना किसिसे बैर
- करे न खेति परे न फन्द पर त्रिया से करे नसँग खेले न जुआ लागे न टोटा इस कारण धम धुसर मोटा
- कहे कबीर उल्टा बानी आँगन सुखल घर मे पानी
- कल करो सो आज करो आज करो सो अब
- कहियो नाओ पर पानी कहियो पानी पर नाओ
- क ख ग घ खेतमे दाल भात पेटमे
- काम न काज के दुश्मन अनाज के
- कि दु:ख जाने दुखिया कि दुख: जाने दुखिया के माऐ कि दुख: कि दुख: जल के मछरिया पानी बिन अकुलाए
- कौआ के झुन्ड मे बकुला
- कोंकडा के बियान कोंकडबे खाए
- कंबल मे सतुआ नघोरी घोरी त नघिनाइ
- कनिक छइ मधुर छइ
- कुत्ता के काम न हाँफे से फुरसत न
- कैलन धैलन हिरा माड पसाबे ऐलन जिरा
ख
1. खँसी बकरी एके धोकरी
2. खा के पसरी मार के सँसरी
3. खाएला लाइ ने देह पोँछे ला मिठाइ
4. खण्डा रोटी मुस्किल बा सौस खैबे रे बौओ
5. खाता पिता को राम देता है
6. खुद भला तो जग भला
ग
- गाओ मे बर नगर मे ढिढोरा
- गर मे परल ढोल त बजाब हि के परल
- गिरहत के नेमान न चोर करे दौनी
- गेली नेपाल सँगही कपार
- गाँजा मारे गँहु के चास
- गँहु के साथे घुन पिसाए
- गोड राहे राहे मुड पालकी मे
- गेल माघ उन्तिस दिन बाँकी
- गरीबी मे आँटा गिला
- गोनु ओझा कतहुँ न गोनु ओझा घर ही
घ
- घर छोड घरमुडिया खाए
- घर घर देखा एके लेखा
- घर मे नखर्ची बाहर ढेकार
- घिउ के लड्डु टेढे भला
- घर मे लागल आग त राख के दुख कि
- घुस्के न जाने गँहु बन
- घर के मुर्गी दाल बराबर
- घडी मे तोला घडी मे मासा
च
- चार दिन कि चाँदनी फिर अँधेरी रात
- चिरई के जान जाए लैका के खेलौना
- चोर चोर मौसिआउत भाइ
- चोर सहे इँजोर
- चिरइ बझाओल जाइए लस्सा से आदमी बझाओल जाइए बडा बडा तमस्सा से
- चोर चोरी से जाए हेरा फेरि से नजाए
- चोरनी होइहा त गलगर होइहा
- चोर के धन छिपार खाए
- चिन्ता से सतुराइ घटे दु:ख से घटे सरीर पाप से लक्ष्मी घटे कह गए दास कबीर
- चाँद छिपे अदरी बदरी, मोर छिपे ऋतु फागुन आए, पानी के बुन्द पतङ्ग छिपे पर चंचल नै छिपे न छिपाए
- चट लिटी पट भन्टा
छ
1. छठा छठि रात के लिखल भाइ मेटलो नजाई
2. छुछनर के मुड मे चमेली के तेल
ज
- ज्यादा जोगी मठ उजाड
- जेतना चिडिया उडे आकाश फेर करे धरति के आश
- जेहन खोजला हो कुटुम ओहन मोलौ हो कुटुम
- जब पूरबा पछिया पाबे सुखल नदिया नाओ बहाबे
- जेहने उदिय ओहने भान हिनका लङ्गडि न हुनका कान
- जेकर बनरी सेही नचाबे
- जब तक रहेगी जिन्दगी फुर्सत न होगा काम से
- जोगी के कुत्ता बलाए
- ज्यौ केले के पात पात पर पात त्यो सज्जन के बात बात पर बात
- जात न पुछिए जोगी का पुछलिजिए ज्ञान
- जहाँ न पहुँचे रवि उहाँ पहुँचे कवि
- जो पाबे अति उच्च पद ताको पदन निधान ज्यो तपि तपि मध्यान् लौ अस्त हो त है भान
- जब हरि गरजल तब हरि शब्दल तब हरि चललन खाएन को हरि कृपा से हरि मिल गेलन तब हरि देलन बचाएन को
- जत खाए तत ललाए
- जिस का लाठी उस कि भैस
- जितिया पबनी बडा भारी लैका सुताके एक थारी
- जत लुगा तत जाड न है लुगा न है जाड
- जहाँ सुइ नसमाए उहाँ फार घुसिआए
- जग जगदीश के
- जान बचे त लाख उपाय
- जे न करे बाबु भैया से करे रुपैया
- ज्यौ चालिस त्यौ घपचालिस
- जै कन्हैया लाल कि मदन गोपाल कि लैकन के घोडा हाथी बुढबन के पालकी
झ
1. झगडा न दन खरची काहे बन
ठ
1. ठग जाने ठगनी के हाल
ड
1. डोली के कनिया रोवे नकरे लोकनी हकन पेरे
त
1. तुलसी भरोसे राम के निर्भए हो के सोए अनहोनी होनी नही होनी हो सो होए
2. तुलसीदास के पिए घटे न सरीता निर धर्म किए धन ना घटे कह गए दास कबिर
3. तीन तिरहुतिया तेर्ह पाक'
4. तराई सुखा तो पहाड भुखा'
थ
1. थोडा खाना बनारस मे रहना
2. थोड कैलन राम बहुत कैलन कविता
द
1. देह मे दम न बजार मे धक्का
2. दस गाओ भोज भेल कुत्ता के जान हुल बुली मे गेल
3. दम न दुर्गा पादे मुर्गा
4. दानी से सोम भला चौडे दिया जबाब
5. दुरा मे लागल बरियात त सम्धी के लागल हगबास
6. देखले कनिया देखले बर कोठी तर बिछौना कर
7. दूर के ढोल सुहाओन
8. दाल भात तरकारी सब धन सरकारी
9. दो अक्षर पढलिया सन्तन को दु:ख दिया
10. दाल भात खाना त कथिके सम्धियाना
11. दुध के दुध पानी के पानी
12. देखन मे छोटन लगे घात करे गंभिर
13. दानी के घटे मगनीहार के नघटे
14. दोस्ती दोकान से बाहर
15. देखले मधुवनी चिन्हले चट्टेदार
ध
1. धन धनिक के नाओ बाबाजी के
2. धन गेल धरम गेल नौ हात के पगहो गेल
3. धर्मे धरम पटबारी धर्मे धरम गुमस्ता
4. धन मे धन कठौत
न
1. नोकर के चाकर मडइ के ओसारा
2. नुन न तेल छुँछे धकेल
3. निम हकिम खतरे जान
4. नाओ उँच कान बुच
5. नामी मरे नाम ला पेट्टु मरे पेट ला
6. न नौ मन तेल होइहन न राधा नचिहन
7. नहिरा जो बेटी ससुरा जो जाँगर चला बेटी कतहु खो
8. नाचे नजाने आगन टेढ
9. नौकर यैसा चाहिए माँग चांग कर खाए आठो पहर हाजिर रहे घर कभि न जाए
10. न मेघे जाड नमाघे जाड जब बेयार बहे तब जाड
11. नाचे गाए तोडे तान करे दुनिया राखे मान
प
1. पानी मे मछरी नौ नौ कुटिया बखरा
2. पेनह्ले ओढले मेहरी लिपले पोतले डेहरी
3. पिया सुनर मै सुनरी गाओ के लोग बनरा बनरी
4. परकल बभना घिउए पर हात
5. पढा फारसी बेचा तेल देख भाइ करम का खेल
6. परदेश के गेल निन के सुतल भरोसा न करी
7. पानी मे रहकर पगरमच्छ से बैर
8. प्रित न जाने जात कुजात प्यास न जाने घाट कुघाट
9. पेटबे कि लोटबे
10. पान के नाफा दोबरी खा पिइ के बरोबरी
11. परिपुरण के पावन्त हुते भगवन्त कथा नरुचे जिनको
ते रङ्ग कुसङ्ग मे खेल रहे
नचावत है नारिन को
ढोल कहे धिक है धिक है
मजिरा कहे किन को किन को
तब हात उठाकर नारी कहे इन को इन को इन को इन को
12. पुत कपुत त धन क्यो साँचे पुत सपुत त धन क्यो साँचे
13. पान कसैली झोरा मे आबा प्यारी कोरा मे
14. पिठ झपैछि माथ उघार माथ झपैछि पिठ उघार
फ
1. फेर फेर सियार जइहन ताडपर
2. फोकट के पाइ त नौ मन तौलाई
3. फटे कलेजा गाओ गीत दु:ख सहने का यही रित
ब
1. बाबु भैया जाडे मरे गिदर बान्हे गाँती
2. बन्दर जाने अदरखका सबाद
3. बिना बेआर के पिपर डोले बिन बोलौले लबरी बोले
4. बाबाजी के बेल हाते हाते गेल
5. बजे के त बजलन शंख पण्डिजी के हगाके पदाके
6. बढे न बुढाए लैके कहाए
7. बच्चा से यारी गदहा के सवारी
8. बाल न बच्चा निन परे अछ्छा
9. बैठल बनिया क्या करे इ कोठी के धान उ कोठीमे धरे
10. बुढ्ढी घोडी लाल लगाम
11. बीरबल के खिचडी
12. बिना मेह के दौनी
13. बइस जाए बान न जाए
14. बासी रहे न कुत्ता खाए
15. बाहर लम्बा लम्बा धोती भितर मडुआ के रोटी
16. बड बड घोडी घास खाए
17. बिन घरनी घर भूत के डेरा
18. बाप न मारे पेडुकी बेटा तिरअन्दाज
19. बाप मुअल अन्हरिया मे बेटा नाओ पामर हाउस
19. बाप मुअल अन्हरिया मे बेटा नाओ पामर हाउस
भ
1. भोज के बेर में कोँहडा रोपाइ
2. भोर भए जब चोर छिपे, मोर छिपे रितु फागुन आए, पानी के बुन्द पतङ्ग छिपे चंचल नैन छिपे न छिपाए
3. भर घर देओर फतार से ठठ्ठा
4. भालु के कनपट
5. भुखले रहम मुदा सुखले मे रहम
6. भोले शंकर दुश्मनको तङ्ग कर
7. भेल बिआह मर करबा कि
8. भुख नजाने बासी भात निद न जाने टुटी खाट
9. भगवान के माया कहि धुप कहि छाया
10. भगवान के महिमा अपरमपार
11. भागल भूत के लँगौटी नाफा
12. भौसौली के मालिक
13. भुखे भजन न होए गोपाला ले ला अपन कन्ठी माला
14. भाइ फुटे गँवार लुटे
15. भयबिन प्रित नहोइ गोपाला
16. भोंथ विद्यार्थी के गत्ता मोट
म
1. मैतो चिडियाबाला भाइ मेरा इहे करबाई
2. मारकाट घरबैया खाए हत्या ले ले पाहुन जाए
3. मुस मोटइहन लोढा होइहन
4. मतार मरे टुगर बाप मरे कुबर
5. मिन मास जो करे आहारा चौसठ जन्म गिध अवतारा
6. मौनम स्वीकृति लक्षणम्
7. माघ मोजरे सावन गुजरे
8. मुह मे राम राम बगल मे छुरा
9. मरे के न जिए के हुकुर हुकुर करे के
10. मन हुल से तो गाओ गीत साओन मे उठाओ भित
11. मूर्ख को समझावते ज्ञान गाँठ को जाए कोएल होए न उजला सौ मन साबुन खाए
12. मस्तराम मस्ती मे आग लगे बस्ती मे
13. मरे के मन न त उठ उठ ताकी
14. मगनी बैले के दाँत नगनी
15. मुसरा के चोट ओखरी जाने
16. मन चंगा त कठौती मे गंगा
17. मगनी के पाइ त नौ मन तौलाई
18. मुसरी के पिठ मे मुसरा
19. मघ्घआ लगाबे घघ्घा
20. मेला के पते न चाँइ के डेरा गिर गेल
र
1. राम भजन मे आलसी खाने मे होसियार
2. राजा नल के बिपत परल त पाक मछरी जल मे परल
3. राजा के ओढना रानी के बिछौना
4. रघु कुल रित सदा चली आइ प्राण जाए पर बचन न जाए
5. राजा के घर मे मोति के दुख:
6. राम नाम का लुट है लुट सके तो लुट अन्तकाल पछताएगा प्राण जाए जब छुट
7. रे हुडार बकरी चरैबे त हमर कामे कौन
8. रमता जोगी बहता पानी
9. रटन्त विद्या धावन्त काशी
10. राम करे जजमान् मरे दही चिउरा पर हात परे
11. राम धनी के कौन कमी भगवा फाट गले तनी तनी
ल
1. लबरा के चहेट मारी
2. ले लुमडी चल डुमरी
3. लेना न देना उखड गेल बेना
4. लौआ के बिआह ठाकुरे ठाकुरे
5. लछमिनिया कोठी भबको भबको
6. लैका के लाथे लरकोरी जिए
7. लंका मे सबसे छोट उन्चास हात
8. लड्डु लडे तो झिल्ली झरे
स
1. सात सेर के सात पकौली चौद सेर के एक इ दही जर्ना सातगो खैलख हम कुलबन्ती एक
2. सुत न सुतारी कथि के बेपारी
3. सब दिन के खैहा पिहा पबनी ललैहा
4. सपना देखी रही मनगोइ अपन देखल अनकर होइ अनकर देखल अपन होइ।
5. सिधरी से सिध होत है कनकजिर का भात मन पछताए बैरागीका करम जरेका भाग
6. सात बेर सतुअन भतार के आगे दतुअन
7. साँप के चलल साँप जाने
8. सोना मे सोहागा
9. सबसे बुरबक दिनानाथ
10. सास मरे बह बिआए फिर तिनो के तिनो
11. सब कोइ नजाने कौन बाँस के तजया होए
12. सुतल जागे जागल न जागे
13. साईँ उगाए धान त बह लछिन मान
14. सोनार के सय चोट लोहार के एकै चोट
15. सोनार रिझे कानभर सोन बनिया रिझे छटाक भर नोन
16. सोनार से सट के लोहार से हट के
17. सए के लाठी एक के बोझा
18. साग मिठ तोरी के राग मिठ होरी के
19. सम्पत के सिङ्गार बिपत के आहार
20. सोइरी मोइरी बेचनिहार खाए मोट मोट अलुआ बजार जाए
21. सठ्ठा त पठ्ठा
22. सेर के उपर सबासेर
23. सात चुहा खाए के बिल्ली चली हजको
24. साँप के मुह मे छुछनर
25. सत्तु मन मत्तु जब खोरे तब खाए
26. सात सहोदार सीता नाङ्गट
27. सोना मे सोहागा
28. सकल पदारथ इहे जग माही बुद्धिहीन नर पाबत नाही
29. सुख सिहुली दुख दिनाए करम घटे त फाटे बेमाए
30. सही त रही
श
1. शंकर कैलाशपति क्या होगा सम्पत्ति
ह
- हँडिया छुआ गेल कुतबा जिन्हा गेल
- हथिया बरसे चित मेडराए घर बैठल गिरहत अगराए
- हर बैल मँगनिए जोतदा तोहनिए
- हिँग हिँगाडी बैशाख करारी
- होइ है वोही जो राम रची राखा को करी तरक बढा बहु साखा
- हाती के अपन मुड भारि चिउटी के अपन मुड भारी
- हडबडी के बिआह कनपट्टी मे सेनुर
- हराठ देओता के भराठ पुजा
- हमर कुत्ता चाहे त बाघ मारे जाने जाए मनेनकरे
- हारिए न हिम्मत बिसारिए न हरि नाम जाहे बिधि राखे राम वाहे बिधि रहियो
- हर बहे से खर खाए बकरी अचार खाए
- हाथी के लस्कर मे उट बदनाम
- हे इनर देओता हाली हुली बरसा पानी बिना परलबा अकाल
- हरिन सिकार
- हरमजादा से दैब डेराए
- हाथी चले बजार त कुत्ता भुके हजार
- हक न तलब खालेम त चलब
- हात सुखा त बाभन भुखा
- हातो तर से गेल आ लातो तर से गेल
अ
- अन्धेरपुर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा
- अनकर गहना छाजेमे छिन लेवे त लाजे मे
- अजगर करे न चाकडी पक्षी करे न काम दास मलुका कह गए सवका दाता राम
- अघाएल बकुला के पोठिया तित
- आओ न जाने बाओ न जाने बाप मतारी नाओ न जाने
- अपन घर हग हग भर अनकर घर थुक हु मे डर
- अडेर मडेर के झोपडा
- आए आम कि जाए झटहा
- असी मन के बनसी चौरासी मन के छिप
- आम के आम गुठली के दाम
- अगल्गी मे बिलाई पकडाई?
- अडैया ढडैया के राम रखबैया
- अगता खेति अगता धिया पुता
- आगा नाथ न पिछा पगहा
- अपनेला लल काटी जगतरला दानी
- अमिरी कि जाने गरीबी हालत
- आइए हजुर खाइए खजुर बैठिए तखत पर हगिए बखत पर
- अपन बेर टाट लगागे अनकर बेर टाँग पसार के
- आम्दनी अठन्नी खर्चा रुपैया
उ
1. उपर भर निचा झर
- उत्तम खेति मध्यम बेपार
- उकठ काठी मुह मे लाठी
- उट के मुह मे जिरा
- उधो का लेन न माधो का देना
- उधार प्रेम के कैंची है
ए
1. एगो मुर्गा नौ ठाँओ मे जब
2. एक तिर दु निसान
3. एक त राकस उहो पर न्यौतल
4. एक आना के मुर्गी नौ आना के मसल्ला
5. एक त चोरी उपरसे सिना जोरी
6. इहे मुह पान खिआबे इह मुह जुत्ता खिआबे
7. एका एक सभि को जाना है कचहरिया ओढके चदरिया
8. एक नगर मे दु भाव
9. एक गाँओ मागी त सबे सेर सात गाँओ मागी त सबे सेर
10. एक बोलाबे चौद धाबे
11. एक पन्थ दो काज
जम्मा संख्या २६२
best archive :) & Yes well preserve :)
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